अगर आप Banking करते होगें तो आपने एनईएफटी (NEFT) और आरटीजीएस (RTGS) शब्द जरूर सुना होगा, यह दोनोंं ही इंटर बैंक ट्रांस्फर (Inter bank transfer) के अन्तर्गत आते हैं इन दोनों प्रणालियों का संचालन भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किया जाता है|
इस पोस्ट में हम जानने वाले हैं आरटीजीएस (RTGS) क्या होता है? What is RTGS in Banking?
आरटीजीएस (RTGS)
RTGS की फुलफार्म है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट होता है| आरटीजीएस खाते से फंड ट्रांसफर करने की एक तेज प्रक्रिया होती है रियल टाइम का अर्थ होता है तुरंत फंड ट्रांसफर होना तथा ग्रॉस सेटलमेंट का अर्थ है किसी अन्य फंड ट्रांसफर के साथ RTGS को कोई लिंक नहीं होता है|
इस प्रक्रिया में पैसे को तत्काल ट्रांसफर किया जाता है या 30 मिनट के भीतर बैंक को खाते में ट्रांसफर करना होता है इसमें फंड प्रक्रिया को आगे के लिए नहीं डाला जा सकता है
- एनईएफटी (NEFT) क्या है
- प्लास्टिक मनी क्या है
RTGS का इस्तेमाल बड़े फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है| यहां पर न्यूनतम धनराशि ₹200000 होती है अगर किसी वजह से आपके भेजे गए पैसे संबंधित खाते में नहीं पहुंच पाते हैं तो पूरी धनराशि केवल 2 घंटे में आपके खाते में वापस आ जाती है|
बैंकों में आरटीजीएस का इस्तेमाल कार्यदिवस के दौरान सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 4:30 बजे तक किया जाता है –
आरटीजीएस भुगतान करने के लिए प्रेषक को निम्नलिखित जानकारी प्रस्तुत करनी होती है –
- राशि, जो प्रेषित की जानी है।
- ग्राहक की खाता संख्या जिसको डेबिट किया जाना है
- लाभार्थी बैंक का नाम।
- प्रेषक से प्रापक (रिसीवर) को भेजी जाने वाली जानकारी, अगर कोई हो।
- लाभार्थी का नाम।
- गंतव्य बैंक शाखा के आईएफएससी कोड
- लाभार्थी की खाता संख्या।
हमे आशा है कि इस लेख द्वारा दी गयी जानकारी से आप संतुष्ट होंगे और आपको इस आर्टिकल से बहुत कुछ सिखने को मिला होगा।आपको इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई डाउट हो सुझाव या किसी भी प्रकार की गलतियों को सुधार करवाने के लिये आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते है|