कर्क रेखा (Cancer Line) उत्तरी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा के समांतर 23°30′ पर स्थित है। वह पश्चिम दिशा से पूर्व दिशा की ओर खींची गई एक काल्पनिक रेखा है।
यह रेखा पृथ्वी पर उन पांच प्रमुख अक्षांश रेखाओं (भूमध्य रेखा, कर्क रेखा, मकर रेखा, आर्कटिक रेखा, अंटार्कटिक रेखा) में से एक हैं जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं।
कर्क रेखा पर सबसे अधिक गर्मी होती है क्योंकि सूर्य दोपहर के समय पर लंबरूप से चमकता हैं। इस समय कर्क रेखा पर स्थित विस्तार में परछाई नहीं बनती है।
कर्क रेखा की स्थिति अस्थायी होती है इसमें समय के अनुसार बदलाव होता रहता है। उत्तरी गोलार्ध में 21 जून का दिन सबसे लंबा व रात सबसे छोटी होती है क्योकि 21 जून को सूर्य इस रेखा के एकदम ऊपर होता है|
भारतीय भूगोल के अनुसार भारत का अधिकांश भाग कर्क रेखा के उत्तर दिशा में स्थित है। यह उज्जैन शहर से निकलती है। इस कारण ही जयपुर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने यहां वेधशाला बनवाई और इसे जंतर मंतर कहते हैं। यह खगोल-शास्त्र के अध्ययन के लिए उपयोगी है। इस कारण ही यह स्थान काल-गणना के लिए एकदम पूर्ण माना जाता है। यहां से ही अधिकतर हिन्दू पंचांग निकलते हैं।
भारत के कर्क रेखा स्थित राज्य के नाम याद रखने का ट्रिक
“राम मिञ गुपझाछ”
- रा – राजस्थान (Rajasthan)
- म – मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
- मि – मिजोरम (Mizoram)
- ञ – ञिपुरा (Tripura)
- गु – गुजरात (Gujarat)
- प – पश्चिम बंगाल (West Bengal)
- झा – झारखंड (Jharkhand)
- छ – छत्तीसगढ. (Chhattisgarh)
दोस्तों हमें उम्मीद है कि आप लोगों ने यह पर दी गई ट्रिक के साथ यह ८ राज्यों के नामों को याद कर लिया होगा| इस पोस्ट में दी गई यह जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।