ये बैंक भारत के विदेशी व्यापार को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं| विनियक बैंक साधारण बैंकों की तरह साधारण बैंका कार्य भी करत हैं| भारत में ज्यादार विदेशी विनिमय बैंक उन बैंको को कहते हैं जिनका कार्यालय विदेशों में हैं|
तो आइये जानत हैं विदेशी विनिमय बैंक के बारे में –
विदेशी विनिमय बैंक
विदेशी विनिमय बैंक केवल विदेशी व्यापार के लिए वित्त प्रबन्ध करने हैं । वह सर्वविदित है कि प्रत्येक देश अपने माल की कीमत अपनी ही महत्वपूर्ण मुद्रा में लेता है । इसी में एक देश की मुद्रा को दूसरे देश की मुद्रा में परिवर्तित करने की समस्या उत्पन्न होती है ।
इसी समस्या को हल करने के लिए विदेशी विनिमय बैंक की स्थापना की जाती है । ये बैंक अपने पास विभिन्न देशों की मुद्राएं रखते है और इन्हीं मुद्राओं में लेन-देन करते है । ये बैंक विदेशों में अपनी शाखाएँ खोलने है ।
सबसे पहली बार वर्ष 1936 में सेण्ट्रल बैंक ऑफ इंण्डिया ने अपना कार्यलय लंदन में खोला और भारत में विदेशी विनिमय की शुरूआत की लेकिन बाद में इस कार्यलय को बारक्ले बैंक में मिला दिया गया|
भारत में जब ब्रिटेन का व्यापार चल रहा था तब भारत और इंंग्लैंड की मुद्राओं का विनिमय करने के लिए एक विनिमय बैंक की आवश्यता हुई| इसलिए उस समय ओरियण्टल बैंक की स्थापना की गयी|
इसके बाद वर्ष 1953 में चार्टर्ड बैंक ऑफ इण्डिया, आस्ट्रेलिया और चीन, मार्केन्टाइल बैंक ऑफ इंडिया तथा नेशनल बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना हुई और बैंकों की कुल संख्या 8 हो गई| आज इन बैंको की संख्या 13 है और इनकी 130 शाखाऐं हैं जो कि ज्यादातर बन्दरगाहों बाले राज्यों में हैं|
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली में तीन साल की अवधि तक विदेशी विनिमय व्यवस्था (Foreign Exchange Swap) के तहत पाँच अरब डॉलर की नकदी डालने का फैसला किया है।
विदेशी विनिमय बैंकों के कार्य
- निर्यात व्यापार को आर्थिक सहायता करना|
- आयात-व्यापार को आर्थिक सहायता करना|
- आन्तरिक व्यापार की आर्थिक सहायता करना|
- विदेशी विनिमय बिलों का क्रय-विक्रय करना|
- विदेशी में रूपये भेजने का कार्य करना|
- साधारण बैंकिंग कार्य|
यहाँ पर हमने आपको विदेशी विनिमय बैंक के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है |इसके साथ ही यदि आप दी गयी जानकारी के विषय में अपने विचार या सुझाव अथवा प्रश्न पूछना चाहते है, तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से संपर्क कर सकते है|
विदेशी मुद्रा बाजार ( विदेशी मुद्रा , एफएक्स , या मुद्रा बाजार ) मुद्राओं के व्यापार के लिए एक वैश्विक विकेन्द्रीकृत या ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार है।